Ratan kirtaniya 30 Mar 2023 गीत प्यार-महोब्बत प्रेमी और प्रेमिका दोनों बिछड़ जाता है ,और प्रेमिका अपने प्रेमी से मिलन के लिए व्याकुल हो जाती है तथा उसके बिना ऐ संसार अर्थ हीन लगती है 35909 0 Hindi :: हिंदी
ओ मेरे महबूब - ओ मेरे महबूब तू याद आने लगी है खूब ये घर ये संसार सूना -सूना क्या आप ने दिल की आवाज सुना आप से घर का हर कोना -कोना चमके बनके हीरे -मोती -सोना आप नहीं तो , है कितना सूना ओ मेरे महबूब -ओ मेरे महबूब तू याद आने लगी है खूब आप से घर संसार कितनी हसीन लगती सजकर आप नहीं तो - हर तरफ से चलती यादों की तीर कहाँँ हो, आ जाओ दिल मेरा , तेरा दिल का है मुन्तज़िर ओ मेरे महबूब - ओ मेरे महबूब तुझ से बिछड़ के बनी जिन्दा लाश इस निगाहें को हैं बस तेरी तलाश आसमान मे बिखरी बादल उस का भी निगाहें गया बदल बदल गई सब की चल रात की चाँद - सितारे कोई दर्द ना समझे हमारे दिल रो रही है याद मे तुम्हारे कहाँ हो आ जाओ महबूब हमारे ओ मेरे महबूब - ओ मेरे महबूब तू याद आने लगी है खूब तुम बन गए हो चाँद ईद का इस जीवन की है आरजू बस तेरी दीद का रतन किर्तनीया मो* 9343698231