Poonam Mishra 30 Mar 2023 गीत समाजिक अपनी ही धुन में खुश रहना मगन रहना 38340 0 Hindi :: हिंदी
रंग बिरंगी उड़ती तितली जैसे नील गगन के आंचल में ऐसे ही तुम खूब मगन रहना अपने इस जीवन में जीवन की इस बगिया में डर डर कर तुम मत जीना दर्द की अनुभूति कभी न करना चाहे कितने कष्ट पड़े हो जीवन की इन राहों में कुछ ऊंची नीची टेढ़ी-मेढ़ी उल्टी-सीधी है जीवन की राह मगर सच का साथ तुम कभी ना छोड़ना चाहे कितने झूठ मिले हो राहों में कौन है मेरा हम किसके हैं कौन है अपना कौन पराया यह न रखना जीवन में मन के भाव में स्वरचित लेखिका पूनम मिश्रा