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इस फागुन में अपने गांव....

मोती लाल साहु 30 Mar 2023 गीत समाजिक आए हैं हम इस फागुन में अपने गांव, फाग गाऊंगा- चैती सुनाऊंगा नए साल का स्वागत करूंगा एक अर्से के बाद। 91937 0 Hindi :: हिंदी

आए हैं हम-
इस फागुन में अपने गांव,
एक अर्से के बाद!

खुशबू जो आ रही है मदमाती-
ये मंजरिया से आम की बगिया से,
गुजर रही है ये बसंती हवा ये बयार!

रिमझिम-रिमझिम-
सतरंगी फुहार लेके आजा,
हे काले बादल इस फागुन में!

इन बहारों में मैं गीत गाऊंगा-
फाग गाऊंगा-चैती सुनाऊंगा,
नए साल का स्वागत करूंगा!

आए हैं हम- 
इस फागुन में अपने गांव,
एक अर्से के बाद!
-मोती

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