Poonam Mishra 30 Mar 2023 गीत समाजिक एक शाम जिंदगी से मुलाकात करना 53507 0 Hindi :: हिंदी
कभी तो जिंदगी को बेपनाह मोहब्बत दिया जाए लगी है आग शहर के किस हिस्से में यह क्यों पता किया जाए बहुत पहले से जुदा है बेपनाह प्यार करने वाले एक दूसरे से क्यों ना नए सिरे से फिर से कोई कहानी कहा जाए सुनते हैं चांद तारे आसमां तक पहुंचना बहुत ही मुश्किल है यह कितना सच है कभी इसे जानने की कोशिश किया जाए अपने बारे में लोगों से बहुत कुछ सुना है मैंने क्यों ना कभी खुद अकेले में बैठ कर अपने आप से जी भर के मिला जाए सुना है जिंदगी बहुत ही बेरंग है क्यों ना इस बेरंग जिंदगी में कई रंग भरा जाए स्वरचित लेखिका पूनम मिश्रा