Poonam Mishra 30 Mar 2023 गीत समाजिक रिश्तो को निभाने की जिद एवं उसके साथ रहने की आदत 91200 0 Hindi :: हिंदी
दर्द मुझे भी है तुम्हें भी हैं शिकायतें तुम्हें भी है मुझे भी है रिश्तो को निभाने की ज़िद तुम्हें भी है मुझे भी है एक दूसरे पर इल्जाम लगाने की आदत तुम्हें भी है मुझे भी है एक दूसरे के साथ जीने की ज़िद तुम्हें भी है मुझे भी है अपनी गलतियों को न मानने की ज़िद तुम्हें भी है मुझे भी है जिंदगी के सफर में गलतफहमियां पैदा हो गई हम दोनों के बीच वरना जुदा मैं तुमसे तब भी नहीं थी अब भी नहीं हूं और तुम्हें मुझसे दूर जाने की आदत तब भी नहीं थी अब भी नहीं है स्वरचित पूनम मिश्रा