Nasima khatun 02 May 2023 कविताएँ बाल-साहित्य मन को खुश करने वाला कविता 5424 0 Hindi :: हिंदी
एक दिन मैंने सोचा मै महलों की रानी होती जो मन करता वो में खाती मेरे आगे पीछे दासीं होते। मम्मी-पापा मेरे साथ होते मै घुमती बागों में खोई रहती खाबो में फल तोड़ती में पेड़ों से बैठतीं में घोड़ों पे सोने का मेरा महल होता चारो तरफ पहरेदार होते मै खिड़की पे बैठीं रहती तितली मुझे छू कर जाती कपड़े मेरे होते मोती के लोग बातें करते कपड़े के रातो में पढ़ने बैठतीं अच्छे-अच्छे सवाल पुछती भाई बहन खेलते कुदते मेरे मन मचल उठते जन्म दिन पे में गिफ्ट दु जो मन करे वो में खरीदु रातो में चम्पक कि कहानी सुनती मन करें उसकी चित्र बनातीं