नवीनतम बाल-साहित्य रचनाएँ
भोला और सेठ
Karan Singh
भोला और सेठ
किसी गांव में भोला नाम का एक लड़का रहता था। घर में वह और उसकी मां केवल दो प्राणी थे। पिता, उसके बचपन में
18512
मां
Mk Rana
मां शीतल की गंगा है,
मां पीपल की छांव है,,
मां का दूध बड़ा अनमोल,
जिसका यहां ना कोई तोल,,
मां क
2896
काश नींद ओ आती
Mk Rana
कास नींद ओ आती
मां मां ओ मां आपके कंधों पे सोने वाली
कास नींद ओ आती
कंधा से उठाकर जब तू खाट पर सुलाती थी
2817
प्रेम भाई का
Mk Rana
हर खुशी हर गम में अगर कोई साथ दिया हो तो वह आप हो, मेरे भैया आप पापा का सर का ताज हो...
सभी भाइयों का खुशियां का आप ही राज
2858
पेड़ भी चलते होते
Mk Rana
कास पेड़ भी चलते होते,
कितने मजे हमारे साथ होते,
बांध डाली में उसके रस्सी झूला भी झुल लेते, जहाँ कहीं हां मन कहता वहां
2800
दिन रात
Mk Rana
हर दिन एक चिट्ठी आती जो आज थी
हर रात एक चिट्ठी आती जो स्वप्न थी
हर दिन की चिट्ठी में लिखा खास थी
हर रात की चिट्ठी में
2873
कृपा बरसी
Mk Rana
कर्जदार तो हम पहले से ही था
आज आपका भी कर्जदार बन गया हूं
मानो आपका कृपा बरसी है हम किसानों पर
इसीलिए चारों तरफ ऐसा
2847
शत शत नमन गुरु को
Mk Rana
शत-शत नमन शत प्रणाम करूं गुरु
अपने चरणों की धूल से मन शुद्ध कर दो,
दिव्य ज्ञान की ज्योत जलाकर
मन को आलोकित कर दो,
मु
2756
बेटियां
Anju
मुझे इस दुनिया मे आने दो न पापा अपनी आँखो से दुनिया दिखाओ न पापा मुझे अपनी आँखो का तारा बनाओ न पापा त
1679
गलती
Mk Rana
बिते वक्त को मत भूल जाना ,,,
उसी में छुपा तेरे जीवन का हर वो रहस्य,,,
किया हुआ गलती क्यों दोहराते हो,,,
सुधार कर उस गलती क
1662
मां की गाथा
Mk Rana
चाहे किसी से शुरू करूं,
चाहे किस पे खत्म करूं,,
त्याग एवं प्रेम उन सब पर भारी होगी मां का,
भगवान को भी सोचना पड़ जाएगा
1666