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तकलीफ

Ranjana sharma 30 Mar 2023 आलेख दुःखद Google 89116 0 Hindi :: हिंदी

कभी - कभी जो दिल करता है वो हम कर नहीं पाते बस सोच के ही रह जाता है मन,पर बहुत पीड़ा होती है ऐसा क्यों होता है ये जो मन है न ,बड़ा ही चंचल है कभी एक जगह स्थिर ही नहीं रह सकता बस एक बावले भंवरे की भातिं इधर से उधर भटकता रहता है और कभी -कभी अनजाने में इतनी तकलीफ हमें दे जाती है कि हमें खुद को पता नहीं चलता ऐसा क्यों हुआ हमारे साथ ,बस सोच के ही रह जाते हैं।🙏

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