Samar Singh 23 May 2023 गीत दुःखद जब आप किसी को बहुत चाहो और वह आपसे दूर हो जाए, तो मन में उठता है कि जिस तरह से मैं याद करता हूँ क्या वो भी मुझे याद करते होंगे? 5579 0 Hindi :: हिंदी
क्या वो भी मन के परिंदे को, कभी आजाद करते होंगे। जैसे मैं करता हूँ उनको, क्या वो भीमुझे याद करते होंगे। आज सपने में उनको देखा, मिला रहे थे हम अपने हाथ की रेखा। कभी वो हँसते, कभी हम हँसते थे, एक दूजे की बातों में उलझते थे। क्या वो भी रब से फरियाद करते होंगे, । जैसे मैं करता हूँ उनको, क्या वो भी मुझे याद करते होंगे। बड़ी किस्मत से चले थे एक साथ कुछ पल, कब उगा था सूरज, कब गया ढल। पता ही नहीं चला, दूर हो गयी चाँदनी रात, कुछ पल के लिए ही सही एक थी मुलाकात। क्या वो भी मेरी तरह अपनी, जिन्दगी बरबाद करते होंगे। जैसे मैं करता हूँ उनको क्या वो भी मुझे याद करते होंगे।। रचनाकार- समर सिंह " समीर G "