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Recent Articles
जिंदगी हमें मौका देती है
जिंदगी हमें बहुत म
मदद
मालिक-मालिक
आगे बढ़ना ही जिन्दगी है भाग -२
बहुत समय बीत जाती ,द
Kahin Kisi roj
Har saam Teri intzaar mai Chokhat pe baith Teri
एक सोच जीवन बदल देती है
कीर्ति के मां - बाप
नाचीज़
मुझ जैसे नाचीज़ को
कुछ लोग ऐसे होते हैं
कुछ लोग ऐसे होते है
बदनाम मंजर
बदनाम मंजर - सी थी ए
रेत की तरह
रेत की तरह ए जिंदगी
ज़ख्म खाके भी
जख्म ख़ाके भी जो मु
न गिला
न गिला न शिकवा किसी
दिल पे
दिल पे जितनी ठेस लग
कहानी तो होती है
कहानी तो होती है कह
अपने
तुमसे न गिला न शिकव
एक ख्वाब
एक ख्वाब जो मैंने द
फ़िक्र
फ़िक्र तुम्हें होत
नाम कमाने की चाहत में
नाम कमाने की चाहत म
अपना बनकर
अपना बनकर ऐसा लूटा
जिंदगी इतनी बेकार लगने लगी है
जिंदगी इतनी बेकार
जिंदगी हमें मौका देती है
जिंदगी हमें बहुत म
दिल की सुनो
लोगों की तुम सुनोग
तुम कहीं न हो
मैंने देखा मुड के त
मर्जी
भूलना या न भूलना तु
अच्छा लगता है
बार - बार वहां सर झु
अक्सर लोगों से सुना है
अक्सर लोगों से सुन
ईश्वर की देन
हाथों की जो लकीर है
मेरी जिंदगी
मेरी मुस्कुराहट की
मैंने अपने दिल में
जाते - जाते तुम्हार
मुजरिम को इंसाफ
मुजरिम को इंसाफ बह
बेरहम दिल
तुम्हें तरस ना आई ह
आते ही
आपके आते ही यूं लगत
मतलब से मतलब
जब मतलबी ही बोलने ल
दर्द भी उन्हीं को मिलता है
दर्द भी उन्हीं को म
धनवान सेठ ( भाग -२)
देखते ही देखते वह ध
जिंदगी रेत के समान है
कोमल फोन में अपनी म
मिठास
मिश्री सी ज्यादा म
तुझसे
दिल बार - बार तुझसे
नमी आई
आंखों में नमी आई जब
अंजान
जान के भी अंजान बैठ
नफरत
नफरत में इतने न घिर
मां
मां अपने आंचल में स
हर
जिस तरह हर मौसम की अ
तुम्हारा नाम लिखा है
ज़र्रे - ज़र्रे पर म
कितना भी गहरा क्यों न हो
झूठ का रंग कितना भी
कितने मासूम
कितने मासूम हो तुम
इच्छाओं से ही
इच्छाओं से ही जिंद
माटी का शरीर
क्यों घमंड है तुझे
अंतर
फिल्मी दुनियां और
विश्वास
समीरा अपने बैग को स
क्या खुशी है
गुमसुम - सी है मेरी
बिन मतलब
पैसों की दुनियां ह
फरियाद
करते करते तुमसे फर
बस तुम्हारा ही
हर जगह हर वक़्त बस त
पहल पहल
पहल - पहल व्रत रखी ऎ
किस्मत
किस्मत भी कभी - कभी
वे सभी
रिश्तों की डोर से ब
धड़कता है
धड़कता है दिल देखत
kuchh log hamase kahate hain tum to jaanate ho unhen
कुछ लोग हमसे कहते ह
इंतजार
कब तक करूंगी मैं आप
तब और अब
तब और अब की हंसी में
मगरुर
कितने मगरुर हो तुम
तेरी परछाई
तेरी परछाई भी मुझे
रहूं या न रहूं
मैं रहूं या न रहूं म
वाह रे दुनियां
दूसरों के मरने पर
दृष्टि
cउनलोगो पर भी डाल लि
किसी पर भरोसा नहीं किया जा सकता
मीनू एक बड़ी ही चंच
स्ट्रीट लाइट
एक ड्राइवर प्रतिदि
जुंबा
जुंबा पे कुछ और दिल
तकदीर का खेल
तकदीर ने मेरा रिश्
दिल
दिल रो रहा है पर पता
मंजिल
थक ना ओ राही अभी बह
साथ
तुम साथ हो तो कुछ भी
अनचाहा लगाव
छोटे से एक मकान में
माता पूजा
खड़गपुर का प्रसिद्
क्यों तुझे जिंदगी
क्यों तुझे जिंदगी
किताब
किताब लिखने बैठी थ
बशर
ऐ बशर अपनों के पीछे
पा न सकोगे
जिंदगी में ऐसा कुछ
ढोंगी
ढोंगी होते है वो लो
माफ़ करना
माफ़ करना अगर कोई भ
अपने दिल में
तुम्हें हमने अपने
इल्तिज़ा
नजर न लगे तुझे किसी
साजन से सजनी
झूठ बूलिया तूने अप
समय का चक्र
समय का चक्र बड़ा ही
खुद को कभी
खुद को कभी दूसरों स
बंदे
जो खुदा के बंदे होत
छोटी बात
जरा - जरा सी बात पे ह
कहां जाना था
कहां जाना था ,कहां आ
कुछ बात है तुझमें
कुछ बात है तुझमें ज
सपना
सपनों में खोई सपना
कहीं किसी रोज
हर शाम तेरे इंतजार
कब क्या
कौन जानता है कब क्य
मां की ममता
एक अमीर घर की लड़की
बार - बार
ओ बीते दिनों की बात
शुक्रिया
शुक्रिया अदा करती
जिंदगी से
हम जिंदगी से चाहते
लोगों के आंखों में
सच बोलती हूं इसलिए
इंतजार
कब तक करूंगी मैं आप
फितरत
डरपोक लोगों की फित
जिंदगी लेती है
जिंदगी हमें ऐसे ही
आवाज उठाओ
दीपा और शिखा दो सहे
हिम्मत नहीं हारते
मेहनत करने वाले कभ
खूब
क्या खूब कहा किसी न
बंद दरवाजा
एक गांव में एक मकान
आ नहीं सकती
बुढापा आ जाए तो जवा
दिल चाहता नहीं
यूं तो हम महफ़िल मे
रिश्ते
जिस रिश्ते में प्य
नाम पर
ऐ रिश्ते कई नाम पर
कुछ बात दिल को छू जाती
एक गांव में छोटे से
जिदंगी इतनी नासूर बन जाएगी
जिंदगी इतनी नासूर
जिंदगी का भरोसा है क्या
जिंदगी का भरोसा है
तिनका तिनका
तिनका - तिनका जोड़ क
आपके इंतजार में
आपके इंतजार में मे
निभाने का वादा
जिंदगी भर साथ निभा
जी तो हम आज भी रहे हैं
जी तो हम आज भी रहे ह
धूप - छांव
तुम धूप - छांव बनके
न
एक पल जो न देखूं तुझ
समझ न सकें
नादान था ए दिल कुछ
कैसे
दिल में इतना दर्द ह
जाना
आज तुमने जो हमसे कह
सच और झूठ
सच और झूठ बोलने में
खूब है
ऐ शाम खूब है ऐ रात ख
कवि
कवि वो है जो कहीं भी
दिल हार बैठे
मोहब्बत के जंग में
कुछ किया ही नहीं
जिंदगी इतनी मगरुर
यह अल्लाह तेरी मर्जी है क्या
जिससे खौफ था मुझे व
खो गई
कहीं खो सी गई हूं मै
कामयाबी
रेशमा के ऑफिस में उ
कुछ रिश्ते में दूरियां ही अच्छी रहती है
कुछ रिश्ते में दूर
कभी - कभी
कभी - कभी हम जो कह दे
भरोसा
ईश्वर पे भरोसा कर स
हम साथ हो
यश और नंदनी की शादी
बेवफा
मुझे पता है तू बेवफ
कहते नहीं
यूं तो हम किसी से कु
मोहब्बत में
रेगिस्तान के बालू
आरजू
आरज़ू मेरे दिल में
तकलीफ
कभी - कभी जो दिल करत
नसीब
नसीब का लेखा कोई भी
एक हादसा
जिया एक बहुत ही साध
दिल मेरा
दिल मेरा बार - बार र
तारीफ
कितनी चंचल हो तुम अ
बात दिल की
लब्जों में बयां हम
खूबसूरत
भले ही खूबसूरत हो क
हद से ज्यादा
हद से ज्यादा बुद्ध
बदलो सोच
अंजू एक बहुत ही होश
दिल ही था
दिल का हाल क्या बया
मेरी खामोशी
मेरी खामोशी तुमसे
नादान था ऎ दिल
नादान था ऎ दिल कुछ
सीख
धूप और छांव जिंदगी
ढोंगी पंडित
एक गांव में एक बहुत
प्यार
प्यार वो एहसास है ज
इश्क
ऐ कोन - सा डगर है जिस
परिस्थिति
परिस्थिति कभी एक स
तेरी बेवफाई
तेरी बेवफाई नजर न आ
तहजीब
तहजीब सिखाने वाले
क्या पैसा ही सबकुछ है
मैनावती एक हाउसवाइ
बारिश
बारिश के बाद मिट्ट
पूछे बेटी सवाल
एक बेटी ने किया सवा
मुश्किल हो जाती है
पैरो में कांटा चुभ
अजीब
ऐ इंसान भी बड़ा अजी
तुम
जैसे गए थें तुम मुझ
डर लगता है
लोगो को सच्चाई से ड
जी करता है तेरा बचपन मैं अपने आंखों में समेट लूं
जी करता है तेरा बचप
प्रेम के कुछ पल
हंस और हंसिनी दोनो
ना करो तुम
विश्वास न करो तुम
हम
हम तेरे इश्क में ऐस
कोने कोने में
मन के कोने कोने में
रिश्ते
रिश्तों के धागे मे
आ रहे हैं
इश्क न करना ऐसा लोग
साथ है
एक टेंशन ही तो है जो
क्यों इतना दर्द मेरे ही हिस्से में
बार - बार एक ही सवाल
हसीं
हसीं रात है क्या क
शिकायत न है
हमें तुमसे शिकायत
आपके
आपके नजर में मेरी उ
मिले न होते
खास हम मिले ही न होत
कशिश
अजीब - सी कशिश है,तु
काश मेरा दिल
काश मेरा दिल भी एक
आदत
राहुल रोज बेड टी पी
संभाला था मैंने
संभाला था मैंने बह
हमारे साथ कौन है
वक़्त बुरा हो , हाला
तालीम
तालीम तो सीख ली हमन
चांद की चांदनी
ऐ चांद की चांदनी ऐ
मां शेरावाली
तू है सबसे करुणा वा
नसीब
नसीब - नसीब की बात ह
तेरे सिवा
तेरे सिवा कोई न मेर
एक सोच जीवन बदल देती है
कीर्ति के मां - बाप
जान ले तू
तू ही जान है मेरी ऐ
इश्क ए इजहार हम क्या करें
इश्क ए इजहार हम क्य
झूठा
तू झूठा तेरा प्यार
रिश्ते
जिस रिश्ते में धोख
आगे बढ़ना ही जिन्दगी है भाग -१
दीपा की मां दीपा से
न सोचना
तुम्हें छोड़ के हम
खुदा करे
खुदा करे तुम्हारी
जाना ही था
जाना ही था मुझे छोड
तूने
बनके मेरा साथी तून
रक्षाबंधन
रक्षाबंधन एक ऐसा त
रब के घर
रब के घर देर है पर अ
छुपाए पर छुपता नहीं
कितना दर्द है तेरी
जीते हैं आजकल
तुम्हें देखकर हम ज
तुम्हें याद नहीं
क्या तुम्हें याद न
नहीं मिला
वक़्त से पहले और जर
तुम जो आए
तुम जो आए तो बहार आ
संजोया था
संजोया था जिस पल को
चूड़ीवाला
रागिनी अपनी सहेली
चकाचौंध
चकाचौंध से भरी इस द
आम लड़की हूं
मैं वो आम लड़की हूं
जब कोई कुछ ठान लें
मोहन एक गरीब परिवा
तकलीफ
दिल की बात दिल में र
मोहब्बत
इतनी मोहब्बत न करो
यादें
' ओ मम्मी ' की जोर से
तर्जुबा
तर्जुबा इतनी नहीं
तुलना नहीं
पापा घर की इमारत है,
घमंड
रोहणी और अलका दो बह
घमंड
रोहणी और अलका दो बह
आप
ख्यालों में आप सपन
धनवान सेठ ( भाग -१)
रामपुर गांव में एक
हम जो
जरूरी नहीं की हम जो
साथ न छोड़ूंगा
नेहा शादी करके अपन
खामोशी
गर्मी की छुट्टी खत
मुलाकात
हम महफ़िल में यूं आ
उड़ान
जिंदगी में ऊंचे उड
मोहब्बत हमसे
वो मोहब्बत हमसे यू
जिंदगी के गम
जिंदगी के गम भुलात
हम
जिंदगी जीते -जीते आ
कर्जदार
एक रहम दिल इंसान ने
अशफाक
इतने अशफाक आज क्यो
कुछ सिखाने के लिए
जिंदगी पास बुलाती
सबक
क्या सबक मिली तुमस
मतलबी
मतलबी सी दुनियां म
मन
मन का क्या है फिरता
बड़े - बड़े वादें
कल तक जो मेरे साथ बड
आगे बढ़ना ही जिन्दगी है भाग -२
बहुत समय बीत जाती, द
चर्चा में
गैरों की चर्चा में
' बच्चे ' मासूम होते हैं
' अब छोड़ो भी यार ' ऐस
वो दिन गए
जाने कहां वो दिन गए
सात
सात फेरों के सातों
मदद
मालिक-मालिक मेरी म
ता उम्र
ता उम्र तुम प्यार क
अफसाना
काश हम तुमसे अपने द
पंछी
आ पंछी तुझे उड़ना स
राम जी
हे प्रभु राम जी नैय
सच्ची लेखिका
एकबार एक लेखिका एक
जिसका जाता है उसी को पता चलता है
रामदयाल बहुत गरीब
जिंदगी से समझौता
वैशाली एक समझदार औ
सब्जीवाली
गर्मी के मौसम की चि
जिंदगी
जिंदगी में हम जो चा
भूल के
तुम्हें भूल के हम ज
फटी चप्पल
अपराजिता घड़ी की अ
दिल किसी पे
वैसे तो दिल किसी पे
उम्र गुजरी है
उम्र गुजरी है मेरी
कहानी कुछ कहती है
ज्योति और राजेश की
मेहंदी
हाथों की मेहंदी कु
याद
यादों के पन्नों को
अपमान
सच बोलने वाले लोगो
पछतावा
रिया और अजीत की हाल
नाचीज़
मुझ जैसे नाचीज़ को
आसूं की कदर
आसूं की कदर ना तुझे
धोखा
धोखा एक बार हो तो को
नवाजिश
मोहब्बत हमने भी कि
अहमियत
हमारे पास जब कोई ची
लोगो की बातें
लोग कहते हैं नशे मे
झूठा प्यार
झूठा तेरा प्यार,झू
आए हो तो
दुनियां में आए हो, त
दो बातें
हंस कर दो बातें क्य
रिश्ते में दूरी
कभी - कभी कोई सब्जी
सिलसिला
तुम दीप में ज्योति
चुप
आसूं हमें पीना है
हमारी नजर
दूसरों के चीजों पर
कोई हमदम
कोई हमदम न मिला ऐसा
मां का प्यार
बच्चा काला हो या गौ
तुम मेरी प्रेरणा हो
तुम मेरी प्रेरणा ह
क्या पैसा ही सबकुछ है
मीनावती जो एक हाउस
जिंदगी को हम जीते हैं
जिंदगी को हम जैसे -
जमाना बहुत खराब हैं
जमाना बहुत खराब है
आपसे ही
जिंदगी मिली हमें आ
इंसानियत
काले बादल आसमान मे
चांद
मिल गए आज हम ऐसे जै
इस कदर
ऐ जिंदगी तुझको मिल
तुलसी
हर घर की शोभा है तुल
मैं क्या गई
मैं क्या गई आपको छो
कब
जाओगे अब तो आओगे कब
मैं और मेरी खामोशी
मैं और मेरी खामोशी